दीपावली, जो हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। इस दिन को भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटने की खुशी में मनाया जाता है। इस दिन, घरों को रंग-बिरंगे रोशनी से सजाया जाता है, मिठाईयां बांटी जाती हैं और भव्य आतिशबाजी की जाती है।
हालांकि, दिवाली पर केवल भगवान राम की पूजा नहीं की जाती है, बल्कि गणेश और लक्ष्मी की भी पूजा की जाती है। यहाँ कुछ कारण दिए गए हैं कि क्यों:
गणेश जी की पूजा क्यों की जाती है?
गणेश को प्रथम पूज्य माना जाता है। किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने से पहले गणेश की पूजा करना आवश्यक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि गणेश सभी बाधाओं को दूर करते हैं और सफलता प्रदान करते हैं।
भगवान गणेश जी को प्रथम पूज्य इसलिए माना जाता है क्योंकि वे ज्ञान और बुद्धि के देवता हैं। वे सभी बाधाओं को दूर करने वाले और शुभ कार्यों में सफलता प्रदान करने वाले माने जाते हैं। इसलिए, दिवाली पर गणेश की पूजा करना एक शुभ शुरुआत करने का एक तरीका है।
उनको एक बच्चे के रूप में दर्शाया जाता है, जो उनके भोलेपन और मासूमियत का प्रतीक है। वे एक हाथी के सिर वाले भी होते हैं, जो उनकी बुद्धि और शक्ति का प्रतीक है।
लक्ष्मी जी की पूजा क्यों की जाती है?
लक्ष्मी को धन और समृद्धि की देवी माना जाता है। दिवाली को प्रकाश का पर्व माना जाता है, और लक्ष्मी को प्रकाश की देवी भी माना जाता है। इसलिए, दिवाली पर लक्ष्मी की पूजा करना धन और समृद्धि के लिए प्रार्थना करने का एक तरीका है।
देवी लक्ष्मी जी को धन और समृद्धि की देवी माना जाता है। वे सुख, समृद्धि और सौभाग्य की देवी भी हैं। इसलिए, दिवाली पर लक्ष्मी की पूजा करना एक नए साल की शुरुआत में खुशहाली और समृद्धि के लिए प्रार्थना करने का एक तरीका है।
लक्ष्मी जी को एक सुंदर महिला के रूप में दर्शाया जाता है, जो उनके सौंदर्य और आकर्षण का प्रतीक है। वे हाथों में कमल और मोती के साथ चित्रित की जाती हैं, जो उनकी धन और समृद्धि का प्रतीक हैं।
दिवाली पर गणेश और लक्ष्मी की पूजा करना एक प्राचीन हिंदू परंपरा है। यह परंपरा यह बताती है कि सफलता और समृद्धि के लिए, हमें ज्ञान, बुद्धि और धन की देवी की पूजा करनी चाहिए।
गणेश जी की पूजा कैसे की जाती है?
गणेश जी की पूजा दिवाली पर निम्नलिखित तरीके से की जाती है:
- सबसे पहले, एक स्वच्छ स्थान पर गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित की जाती है।
- फिर, गणेश जी को फूल, अक्षत, फल, मिठाई और अन्य प्रसाद अर्पित किए जाते हैं।
- उसके बाद, गणेश जी के मंत्रों का जाप किया जाता है।
- अंत में, गणेश जी से धन, समृद्धि, सफलता और बुद्धि प्रदान करने की प्रार्थना की जाती है।
लक्ष्मी जी की पूजा कैसे की जाती है?
लक्ष्मी जी की पूजा दिवाली पर निम्नलिखित तरीके से की जाती है:
- सबसे पहले, एक स्वच्छ स्थान पर लक्ष्मी जी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित की जाती है।
- फिर, लक्ष्मी जी को फूल, अक्षत, फल, मिठाई और अन्य प्रसाद अर्पित किए जाते हैं।
- उसके बाद, लक्ष्मी जी के मंत्रों का जाप किया जाता है।
- अंत में, लक्ष्मी जी से धन, समृद्धि, सुख और सौभाग्य प्रदान करने की प्रार्थना की जाती है।
दीपावली पर गणेश और लक्ष्मी की पूजा का महत्व
दिवाली पर गणेश और लक्ष्मी की पूजा एक शुभ शुरुआत धन और समृद्धि के लिए प्रार्थना करने का एक तरीका है।